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Saturday 22 July 2017

Chandrashekhar Ashtakam


Lyrics

॥ चन्द्रशेखराष्टकं ॥

चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम् ।
चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ १॥

रत्नसानुशरासनं रजतादिशृङ्गनिकेतनं
    सिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युताननसायकम् ।
क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदिवालयैरभिवन्दितं
    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति  वै यमः ॥ २॥

पञ्चपादपपुष्पगन्धपदाम्बुजद्वयशोभितं
    भाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम् ।
भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशनं भवमव्ययं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ३॥

मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरं
    पङ्कजासनपद्मलोचनपूजिताङ्घ्रिसरोरुहम् ।
देवसिन्धुतरङ्गसीकरसिक्तशुभ्रजटाधरं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ४॥

यक्षराजसखं भगाक्षहरं भुजङ्गविभूषणं
    शैलराजसुतापरिष्कृतचारुवामकलेवरम् ।
क्ष्वेडनीलगलं परश्वधधारिणं मृगधारिणं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ५॥

कुण्डलीकृतकुण्डलेश्वरकुण्डलं वृषवाहनं
    नारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम् ।
अन्धकान्धकामाश्रितामरपादपं शमनान्तकं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ६॥

भेषजं भवरोगिणामखिलापदामपहारिणं
    दक्षयज्ञविनाशनं त्रिगुणात्मकं त्रिविलोचनम् ।
भुक्तिमुक्तिफलप्रदं सकलाघसङ्घनिबर्हणं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ७॥

भक्तवत्सलमर्चितं निधिमक्षयं हरिदम्बरं
    सर्वभूतपतिं परात्परम्प्रमेयमनुत्तमम् ।
सोमवारिदभूहुताशनसोमपानिलखाकृतिं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ८॥

विश्वसृष्टिविधायिनं पुनरेव पालनतत्परं
    संहरन्तमपि प्रपञ्चमशेषलोकनिवासिनम् ।
क्रीडयन्तमहर्निशं गणनाथयूथसमन्वितं
    चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ ९॥

मृत्युभीतमृकण्डसूनुकृतस्तवं शिवसन्निधौ
    यत्र कुत्र च यः पठेन्न हि तस्य मृत्युभयं भवेत् ।
पूर्णमायुररोगितामखिलार्थसम्पदमादरं
    चन्द्रशेखर एव तस्य ददाति मुक्तिमयत्नतः ॥ १०॥

    ॥। इति श्रीचन्द्रशेखराष्टकम् सम्पूर्णम् ॥ 





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